
भारत की अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने कहा है कि भारत माता की जय कहने में किसी भी भारतीय को परहेज़ नहीं होना चाहिए.
बीबीसी हिंदी से हुई ख़ास बातचीत में नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि जब भारत-पाकिस्तान बंटवारे के समय लोगों ने ये फ़ैसला कर लिया कि उन्हें कहाँ रहना है, तब फिर इस पर बहस का कोई मतलब ही नहीं रह जाता.
उन्होंने कहा, "मुझे इससे परहेज़ क्यों होगा? लोग समझते नहीं हैं क्योंकि फ़ारसी में मादरे-वतन का यही मतलब होता है, यानी वतन हमारी माता है. असल में लोगों को जुबाँ ही नहीं समझ आती."
नजमा का कहना था कि मुसलमान तो मरने के बाद भी इसी मिट्टी का हिस्सा हो जाते हैं और जिस मुल्क में बोलने की इजाज़त है, खुली सांस में हवा लेते हैं, तो उस मादरे-वतन की जय नहीं बोलेंगे, उसको सलाम नहीं करेंगे, तो उन्हें समझाने की ज़रुरत है.