21 मार्च 2016 को भी भोपाल के छोटे तालाब में डूबने से मरे थे 5 लोग...उसकी जांच रिपोर्ट का अब तक पता नहीं...
भोपाल।सरकार और जांच की घोषणा ये लगभग पर्यायवाची शब्द हो चुके हैं।राजधानी भोपाल में हुए ताजा नाव दुर्घटना हादसे पर न्यायायिक जांच की सरकारी घोषणा से भी यही सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि पूर्ववर्ती सरकार के वक्त (21मार्च 2016 )की नाव डूब जांच अब तक शुरू भी नही हो पाई है।
लगभग साढे तीन साल पहले 21 मार्च 2016 को भोपाल के छोटा तालाब में कमलापति घाट पर नाव डूबने से 5 युवकों की मौत हो गई थी । जबकि 4 अन्य को सर्च ऑपरेशन में सुरक्षित बाहर निकाला गया था। ओवर लोड होने की वजह से नाव तालाब में डूबी थी। दरअसल तालाब में पार्टी के इरादे से आए नौ युवकों ने एक नाव को पानी में उतारा और नाव पर ही पार्टी शुरू कर दी। ओवर लोड होने की वजह से वह नाव को नियंत्रित नहीं कर सके। देर रात तक बचाव कार्य चलता रहा। सर्च ऑपरेशन में पांच शव बरामद कर लिए गए।
हादसे में जिंदा बचे मोनू बाथम ने बताया कि उनका दोस्त बिट्टू मालवीय भोईपुरा आया था। उसके साथ अजय, राज मालवीय, मनीष, अप्पू, सौरभ, शुभम और आरिफ पार्टी करने गए।' सब बहुत मस्ती कर रहे थे। नाव का संतुलन बिगड़ गया और नाव तालाब में पलट गई।
जबकि छोटे तालाब में रात को नाव चलाने पर बैन है। लेकिन मछली पकड़ने वालों की नाव वहां पर बंधी रहती हैं। उन्हीं में से एक नाव में सवार होकर यह लड़के तालाब के बीच पार्टी मनाने जा पहुंचे।
उस समय सरकार ने आईएएस अधिकारी मलय श्रीवास्तव को इस घटना की जांच सौंपी थी, लेकिन इस जांच का आजतक अता पता नहीं है।