
भोपाल-परीक्षाओं में नकल करते पकड़े जाने वाले विद्यार्थियों को टीचर की फटकार कई बार इतनी बुरी लग जाती है कि वो मौत को ही गले लगा बैठते हैं। ऐसे में ये परीक्षा केंद्रों पर तैनात परीक्षक और पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी बन जाती है कि नकल करते पाए जाने वाले किसी भी विद्यार्थी को जलील या फिर उसका अमपान करने की बजाय वो उसके साथ संवेदनशीलता से पेश आएं और तत्काल परीक्षार्थी के अभिभावक को सूचना दे। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव संजय सिंह को बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कुछ इस तरह की सिफारिश पत्र लिखकर भेजी है।आयोग ने ये सिफारिश पिछले दिनों नकल के बाद टीचर की डांट से दुखी होकर कई विद्यार्थियों द्वारा आत्मघाती कदम उठाने के मामलों को देखते हुए की गई है । हालांकि माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने नकल की जांच करने के लिए इस तरह की कमेटी पहले से ही तैयार कर ली है और उसे सरेआम जलील ना करने की नसीहत भी दी है।