
कोंमल शर्मा-
भोपाल-हाई स्कूल और हायर सेकेण्ड्री परीक्षा के मूल्यांकन में शिक्षको की लापरवाही से त्रस्त होकर अब माध्यमिक शिक्षा मण्डल ने पहली बार 1000 शिक्षकों पर 100 से लेकर 1 लाख 82 हजार रू तक का जुर्माना लगाया है । मण्डल ने शिक्षकों को पहली बार ऐसी सज़ा सुनाई है जिसके बाद या तो अब शिक्षक कॉपी चेक नही करेगा और अगर की तो अपने आंखें खेलकर चेक करेगा ।अब तक ये होता आया है कि शिक्षक या तो कॉपी जांचते नही..अगर जांच ली तो नम्बर नही देते..नम्बर दिया तो उसे चढ़ाते नही और गनीमत से अगर चढ़ा दिया तो उसे गिनते नही ..कुलमिलाकर कॉपियों की चेकिंग में शिक्षकों की ये लापरवाही बच्चे के साल भर की मेहनत पर पल भर में पानी फेर देती है । इसी को देखते हुए मण्डल के सचिव ने उन शिक्षकों को अर्थडण्ड दिया है जिनकी गलती ने परीक्षार्थी का नुकसान किया।
वहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष इस सज़ा को बेबुनियाद बता रहे हैं । उनका कहना है कि शिक्षकों पर लाखों कॉपियां चेक करने का दबाव होता है..ऐसे में वो करे तो करे भी क्या। उन्होंने इस जुर्माने का विरोध करते हुए कहा कि अगर ये फैसला वापस नही लिया गया तो शिक्षक मूल्यांकन का बहिष्कार कर देंगें ।
शिक्षकों को ये जुर्माना 100 रूपए प्रति अंक की गलती के हिसाब से भरना होगा । इसके लिए मंडल ने लापरवाही करने वाले शिक्षको के प्राचार्यों को जुर्माने की राशि उनके वेतन से काटने के निर्देश दे दिए हैं । अब देखना ये है कि सालों से शिक्षकों की चली आ रही इस लापरवाही पर जुर्माना कितना असर डाल पाता है ।