
komal sharma
भोपाल-मैनिट अपनी मारपीट की घटनाओं को लेकर पिछले कई सालों से सुर्खियों में ज्यादा रहा है । इसका कारण है कि मैनिट में 80 फीसदी फैकल्टी मैंबर्स द्वारा की जा रही राजनीति । येमानना है मैनिट के डायरेक्टर अप्पू कुट्टन का । उनकी माने तो मैनिट के 80 परसेंट प्रोफेसर लेक्चर्स लेने में रूचि नही लेते.यही वजह है कि छात्र पढ़ने की बजाय मारपीट की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं ।यही नही मैनिट के डायरेक्टर ने तो फैकल्टी मैंबर्स की योग्यता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं ।उनका कहना है कि उनको मिली जानकारी के अनुसार साल 2005में हुई प्रोफेसर्स की फर्जी तरीके से नियुक्तियां हुई थी...यही कारण है कि अधिकांश प्रोफेसर यहां पढ़ाने की योग्यता ही नही रखते ।एक तो प्रोफेसर्स पढ़ा नही रहे हैं और उस पर अपने स्वार्थ के लिए छात्रों को आपस में ही भिड़ा रहे हैं । लिहाजा मैनिट के डायरेक्टर ने पार होती हदों को देखते हुए अब फैकल्टी मैंबर्स की मनमानी ना सहने का फैसला लिया है और ये चेतावनी भी दी है कि अगर रवैया नही बदला गया तो वे सस्पेंड भी किए जा सकते हैं ।