
भोपाल.राज्य सरकार हायर एजुकेशन के लिए प्रतिभाशाली बच्चों को बिना ब्याज के लोन देगी। उन्हें यह रकम नौकरी लगने के बाद 15 साल में लौटानी होगी। इसके लिए लाभार्थी को केवल लिखित में अंडरटेकिंग देना होगी। इस योजना का लाभ वे छात्र-छात्राएं उठा सकेंगे, जिनकी पढ़ाई पूरी होने में भारी भरकम फीस बाधा बनती है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चाहते हैं कि प्रदेश के किसी भी बच्चे को परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से पढ़ाई बीच में न छोड़ना पड़े। सरकार इस योजना को लागू करने के लिए बजट (द्वितीय अनुपूरक) में करीब एक हजार करोड़ रुपए का प्रावधान करने जा रही है। इसके बाद योजना की विधिवत घोषणा की जाएगी।
निर्णय इसलिए लेने जा रही है
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार प्रदेश सरकार यह निर्णय इसलिए लेने जा रही है, क्योंकि एजुकेशन लोन देने में बैंक काफी आनाकानी करते हैं। गारंटी मांगते हैं और कुछ ऐसी शर्तें भी लगा देते हैं, जिनके चलते कई छात्र लोन नहीं ले पाते हैं।
देश में पहली बार
देश में अपनी तरह की पहली योजना के तहत मेडिकल, लॉ, आईआईटी, आईआईएम व इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं को बिना ब्याज लोन मिलेगा। खास बात यह है कि योजना का लाभ लेने के लिए जाति का कोई बंधन नहीं होगा।
पढ़ाई में बाधा नहीं आने दूंगा
यदि बच्चों में प्रतिभा है, चाहे वे किसी भी जाति अथवा समाज के क्यों न हों, उनकी पढ़ाई में बाधा नहीं आने दी जाएगी। मैंने अफसरों को ऐसी योजना बनाने के निर्देश दिए हैं, जिसमें प्राइवेट अथवा सरकारी कॉलेज में पढ़ाई के लिए छात्र-छात्राओं को पैसा आड़े ना आए।
शिवराज सिंह चाैहान, मुख्यमंत्री